भारतीय नागरिकता (Indian Citizenship) | BPSC Prelims | भारतीय राजव्यवस्था
🔹 भूमिका (Introduction)
नमस्कार दोस्तों! 🙏
आज हम भारतीय नागरिकता (Indian Citizenship) पर चर्चा करेंगे, जो BPSC Prelims और अन्य सिविल सेवा परीक्षाओं के लिए एक महत्वपूर्ण विषय है।
इस वीडियो में हम जानेंगे:
✅ भारतीय नागरिकता की परिभाषा और महत्व
✅ नागरिकता से संबंधित संविधान के अनुच्छेद
✅ नागरिकता प्राप्त करने और समाप्त करने के तरीके
✅ भारतीय नागरिकता अधिनियम, 1955
तो आइए शुरुआत करते हैं! 🚀
🔹 1️⃣ भारतीय नागरिकता का महत्व (Importance of Citizenship)
📜 नागरिकता किसी व्यक्ति की कानूनी पहचान को निर्धारित करती है।
📌 नागरिकता प्राप्त करने वाले व्यक्ति को मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों का लाभ मिलता है।
📌 भारत में नागरिकता से संबंधित संविधान के भाग 2 (Part II) और अनुच्छेद 5 से 11 तक के प्रावधान दिए गए हैं।
🔹 2️⃣ भारतीय नागरिकता के स्रोत (Sources of Indian Citizenship)
📌 भारतीय नागरिकता दो प्रमुख स्रोतों से प्राप्त होती है:
1️⃣ संविधान द्वारा (By Constitution) – अनुच्छेद 5 से 11 तक।
2️⃣ संसद द्वारा बनाए गए कानूनों द्वारा (By Legislation) – भारतीय नागरिकता अधिनियम, 1955।
🔹 3️⃣ भारतीय संविधान में नागरिकता के प्रावधान (Articles Related to Citizenship)
📜 अनुच्छेद 5: भारत के नागरिक कौन थे?
✅ जो लोग 26 जनवरी 1950 को भारत में रहते थे, वे भारत के नागरिक माने गए।
✅ यदि कोई व्यक्ति भारत में पैदा हुआ था या उसके माता-पिता भारत में पैदा हुए थे, तो उसे नागरिकता प्राप्त हुई।
📜 अनुच्छेद 6: पाकिस्तान से भारत आने वाले लोगों की नागरिकता
✅ 1947 के विभाजन के बाद जो लोग पाकिस्तान से भारत आए, उन्हें नागरिकता दी गई।
📜 अनुच्छेद 7: भारत से पाकिस्तान जाने वाले लोग
✅ जो लोग विभाजन के बाद पाकिस्तान चले गए और फिर भारत लौट आए, उन्हें नागरिकता दी गई यदि वे पुनर्वास के लिए सरकार की अनुमति प्राप्त कर चुके थे।
📜 अनुच्छेद 8: विदेशों में रहने वाले भारतीयों की नागरिकता
✅ यदि कोई व्यक्ति भारतीय मूल का है और विदेश में रहता है, तो वह भारतीय दूतावास में पंजीकरण कराकर नागरिकता प्राप्त कर सकता है।
📜 अनुच्छेद 9: दोहरी नागरिकता पर प्रतिबंध
✅ भारतीय संविधान दोहरी नागरिकता (Dual Citizenship) की अनुमति नहीं देता।
✅ यदि कोई व्यक्ति स्वेच्छा से किसी अन्य देश की नागरिकता लेता है, तो उसकी भारतीय नागरिकता समाप्त हो जाती है।
📜 अनुच्छेद 10: नागरिकता जारी रखने का अधिकार
✅ संसद को अधिकार है कि वह नागरिकता के नियमों में संशोधन कर सकती है।
📜 अनुच्छेद 11: संसद के पास नागरिकता से संबंधित कानून बनाने की शक्ति
✅ संसद भारतीय नागरिकता से जुड़े नए कानून बना सकती है।
✅ इसी शक्ति के तहत भारतीय नागरिकता अधिनियम, 1955 बनाया गया।
🔹 4️⃣ भारतीय नागरिकता अधिनियम, 1955 (Citizenship Act, 1955)
📜 यह अधिनियम भारत में नागरिकता प्राप्त करने और समाप्त करने के प्रावधान करता है।
📌 इसमें नागरिकता प्राप्त करने के 5 तरीके और नागरिकता समाप्त करने के 3 तरीके बताए गए हैं।
🔹 5️⃣ भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के तरीके (Ways to Acquire Indian Citizenship)
(1) जन्म द्वारा (By Birth) – धारा 3
✅ यदि कोई व्यक्ति 26 जनवरी 1950 से 1 जुलाई 1987 के बीच भारत में जन्मा है, तो वह भारतीय नागरिक है।
✅ 1 जुलाई 1987 के बाद जन्मे लोगों के लिए, माता-पिता में से एक का भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है।
(2) वंशानुक्रम द्वारा (By Descent) – धारा 4
✅ यदि कोई बच्चा भारत के बाहर जन्मा है, लेकिन उसके माता-पिता में से कोई एक भारतीय नागरिक है, तो वह नागरिक हो सकता है।
(3) पंजीकरण द्वारा (By Registration) – धारा 5
✅ कुछ विशेष श्रेणियों के लोगों को पंजीकरण के माध्यम से नागरिकता दी जाती है, जैसे:
✔ भारत में रहने वाले विदेशी नागरिकों को।
✔ भारतीय मूल के विदेशियों को।
(4) प्राकृतिककरण द्वारा (By Naturalization) – धारा 6
✅ यदि कोई व्यक्ति 12 वर्षों तक भारत में रहा हो (5 वर्ष लगातार), तो वह नागरिकता के लिए आवेदन कर सकता है।
✅ सरकार को यह अधिकार है कि वह किसी विशेष व्यक्ति को नागरिकता प्रदान कर सकती है।
(5) क्षेत्रीय समावेशन द्वारा (By Incorporation of Territory) – धारा 7
✅ यदि भारत के क्षेत्र में कोई नया भाग जोड़ा जाता है, तो वहां के लोगों को स्वतः ही भारतीय नागरिकता प्राप्त हो जाती है।
📌 उदाहरण: 1975 में सिक्किम के भारत में विलय के बाद, वहां के लोगों को नागरिकता दी गई।
🔹 6️⃣ भारतीय नागरिकता समाप्त होने के तरीके (Ways to Lose Indian Citizenship)
(1) स्वेच्छिक त्याग (By Renunciation) – धारा 8
✅ यदि कोई व्यक्ति स्वेच्छा से किसी अन्य देश की नागरिकता लेता है, तो वह भारतीय नागरिकता खो देता है।
(2) स्वचालित समाप्ति (By Termination) – धारा 9
✅ यदि कोई व्यक्ति बिना सरकार की अनुमति के दूसरे देश की नागरिकता ले लेता है, तो उसकी भारतीय नागरिकता स्वतः समाप्त हो जाती है।
(3) सरकार द्वारा निरस्तीकरण (By Deprivation) – धारा 10
✅ भारत सरकार किसी व्यक्ति की नागरिकता को देशद्रोह, धोखाधड़ी, गलत जानकारी देने, या अन्य गंभीर अपराधों के आधार पर समाप्त कर सकती है।
🔹 7️⃣ नागरिकता संशोधन अधिनियम, 2019 (CAA, 2019)
📜 इस संशोधन में पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई शरणार्थियों को भारत की नागरिकता दी गई।
📌 मुस्लिम शरणार्थियों को इस अधिनियम के तहत नागरिकता नहीं दी गई।
📌 नागरिकता के लिए 5 साल का निवास अनिवार्य किया गया।
📌 BPSC परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण प्रश्न:
1️⃣ भारतीय नागरिकता से जुड़े अनुच्छेद कौन-कौन से हैं?
2️⃣ भारत में नागरिकता प्राप्त करने के कितने तरीके हैं?
3️⃣ कौन-से अनुच्छेद के तहत पाकिस्तान से आए लोगों को नागरिकता दी गई?
4️⃣ भारतीय संविधान दोहरी नागरिकता की अनुमति देता है या नहीं?
5️⃣ नागरिकता अधिनियम, 1955 में नागरिकता समाप्त करने के कौन-कौन से तरीके बताए गए हैं?
🎯 संक्षेप में (Summary)
✅ संविधान में नागरिकता से जुड़े प्रावधान अनुच्छेद 5 से 11 तक हैं।
✅ भारतीय नागरिकता अधिनियम, 1955 में नागरिकता प्राप्त करने और समाप्त करने के तरीके दिए गए हैं।
✅ भारतीय संविधान दोहरी नागरिकता की अनुमति नहीं देता।
✅ CAA, 2019 में कुछ शरणार्थियों को नागरिकता दी गई।
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