71ST BPSC PRELIMS
About Lesson

चुनाव आयोग और राजनीतिक दल | BPSC Prelims | भारतीय राजव्यवस्था

🔹 भूमिका (Introduction)

नमस्कार दोस्तों! 🙏
आज हम चुनाव आयोग (Election Commission) और राजनीतिक दलों (Political Parties) के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
यह टॉपिक BPSC Prelims और अन्य सिविल सेवा परीक्षाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

इस वीडियो में हम जानेंगे:
चुनाव आयोग की संरचना और कार्य।
राजनीतिक दलों के प्रकार और उनकी विशेषताएँ।
संविधान में इनसे संबंधित प्रावधान और महत्वपूर्ण अनुच्छेद।
BPSC परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण प्रश्न।

तो आइए शुरुआत करते हैं! 🚀


🔹 भाग 1: चुनाव आयोग (Election Commission of India – ECI)

📌 1️⃣ चुनाव आयोग क्या है?

भारत का चुनाव आयोग (ECI) एक स्वतंत्र संवैधानिक निकाय (Independent Constitutional Body) है।
✅ इसे संविधान के अनुच्छेद 324 के तहत स्थापित किया गया है।
✅ इसका मुख्य कार्य भारत में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराना है।


📌 2️⃣ चुनाव आयोग की संरचना (Structure of Election Commission) – अनुच्छेद 324

👉 प्रारंभ में (1950) एक सदस्यीय आयोग था।
👉 1989 के बाद यह बहु-सदस्यीय आयोग बन गया।
👉 वर्तमान में मुख्य चुनाव आयुक्त (Chief Election Commissioner – CEC) और दो अन्य चुनाव आयुक्त होते हैं।

🔹 मुख्य बिंदु:

मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य आयुक्तों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है।
इनका कार्यकाल 6 वर्ष या 65 वर्ष की आयु (जो पहले हो) तक होता है।
इनकी सेवा शर्तें और वेतन सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के समान होते हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त को केवल महाभियोग (Impeachment) द्वारा हटाया जा सकता है।


📌 3️⃣ चुनाव आयोग के कार्य (Functions of Election Commission)

लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा और राष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति के चुनाव कराना।
चुनाव आचार संहिता (Model Code of Conduct) लागू करना।
राजनीतिक दलों की मान्यता और उनके चुनाव चिह्न आवंटित करना।
चुनावों के दौरान खर्च की निगरानी और पारदर्शिता सुनिश्चित करना।
फर्जी मतदान और अनियमितताओं को रोकने के लिए उपाय करना।


📌 4️⃣ चुनाव आयोग की शक्तियाँ (Powers of Election Commission)

चुनाव प्रक्रिया को नियंत्रित और निर्देशित करने की पूर्ण स्वतंत्रता होती है।
चुनाव को स्थगित (Postpone) या रद्द (Cancel) करने का अधिकार होता है।
अपराधियों को चुनाव लड़ने से रोकने के लिए कार्रवाई कर सकता है।
चुनावी खर्च की सीमा निर्धारित करता है और उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई करता है।


📌 5️⃣ चुनाव प्रक्रिया से जुड़े महत्वपूर्ण अनुच्छेद

अनुच्छेद विवरण
अनुच्छेद 324 भारत में चुनाव आयोग की स्थापना और शक्तियाँ।
अनुच्छेद 325 किसी भी नागरिक को केवल धर्म, जाति, लिंग के आधार पर मताधिकार से वंचित नहीं किया जाएगा।
अनुच्छेद 326 लोकसभा और विधानसभा चुनावों में मताधिकार का अधिकार।
अनुच्छेद 327 संसद चुनाव प्रक्रिया से संबंधित कानून बना सकती है।
अनुच्छेद 328 राज्य विधानसभा चुनावों से संबंधित कानून बनाने की शक्ति।
अनुच्छेद 329 चुनाव याचिकाओं और विवादों का निवारण।

🔹 भाग 2: राजनीतिक दल (Political Parties in India)

📌 1️⃣ राजनीतिक दल क्या हैं?

राजनीतिक दल वे संगठन होते हैं जो सरकार बनाने और नीति-निर्धारण में भाग लेते हैं।
✅ भारत में बहुदलीय प्रणाली (Multi-Party System) लागू है।

🔹 भारत में राजनीतिक दलों के प्रकार:

1️⃣ राष्ट्रीय दल (National Parties)
2️⃣ राज्यीय दल (State Parties)
3️⃣ क्षेत्रीय दल (Regional Parties)


📌 2️⃣ राष्ट्रीय दल (National Parties) – चुनाव आयोग के अनुसार

✅ किसी भी राजनीतिक दल को राष्ट्रीय दल बनने के लिए निम्नलिखित शर्तों को पूरा करना होता है:
कम से कम 4 राज्यों में मान्यता प्राप्त राज्य दल होना चाहिए।
लोकसभा या विधानसभा चुनाव में कुल वैध मतों का 6% प्राप्त करना चाहिए।
लोकसभा में कम से कम 2% सीटें जीतनी चाहिए।

👉 भारत के प्रमुख राष्ट्रीय दल:

  • भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC)

  • भारतीय जनता पार्टी (BJP)

  • बहुजन समाज पार्टी (BSP)

  • भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI)

  • मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM)

  • तृणमूल कांग्रेस (TMC)

  • राष्ट्रीय जनता दल (RJD) आदि।


📌 3️⃣ राज्यीय दल (State Parties) – चुनाव आयोग के अनुसार

✅ किसी भी राजनीतिक दल को राज्य दल बनने के लिए निम्नलिखित शर्तों को पूरा करना होता है:
राज्य विधानसभा या लोकसभा चुनाव में 6% मत प्राप्त करने चाहिए।
राज्य विधानसभा में कम से कम 2 सीटें जीतनी चाहिए।

👉 भारत के प्रमुख राज्यीय दल:

  • जनता दल (यूनाइटेड) – JDU (बिहार)

  • शिवसेना – SS (महाराष्ट्र)

  • आम आदमी पार्टी – AAP (दिल्ली, पंजाब)

  • समाजवादी पार्टी – SP (उत्तर प्रदेश)

  • द्रविड़ मुनेत्र कषगम – DMK (तमिलनाडु)

  • तेलंगाना राष्ट्र समिति – TRS (तेलंगाना) आदि।


📌 4️⃣ राजनीतिक दलों से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदु

दल-बदल कानून (Anti-Defection Law) – 52वाँ संविधान संशोधन (1985)।
राजनीतिक दलों की फंडिंग चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार होती है।
चुनाव आयोग द्वारा पंजीकृत (Registered) राजनीतिक दलों को चुनाव चिह्न (Symbol) प्रदान किया जाता है।
आचार संहिता (Code of Conduct) के उल्लंघन पर आयोग सख्त कार्रवाई कर सकता है।


📌 5️⃣ BPSC परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण प्रश्न:

1️⃣ चुनाव आयोग से संबंधित अनुच्छेद कौन-कौन से हैं?
2️⃣ राष्ट्रीय और राज्यीय दलों के बीच क्या अंतर है?
3️⃣ चुनाव आयोग के मुख्य कार्य क्या हैं?
4️⃣ कोई राजनीतिक दल राष्ट्रीय पार्टी कैसे बन सकता है?
5️⃣ दल-बदल कानून (Anti-Defection Law) क्या है?


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अगले वीडियो में मिलते हैं, तब तक जय हिंद! 🇮🇳