दिसंबर, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार बिहार के राज्यपाल एवं कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने ट्रांसजेंडर रेशमा प्रसाद को पटना विश्वविद्यालय के सीनेट का सदस्य मनोनीत किया है।
प्रमुख बिंदु
रेशमा प्रसाद देश के किसी विश्वविद्यालय में सीनेट सदस्य बनने वाली पहली ट्रांसजेंडर हैं।
उनका मनोनयन तीन वर्षों के लिये किया गया है।
रेशमा प्रसाद के सीनेट का सदस्य होने पर उच्च शिक्षा के क्षेत्र में ट्रांसजेंडर की समस्याएँ सामने आ सकेंगी।
राजधानी पटना की निवासी रेशमा प्रसाद अपनी सामाजिक संस्था दोस्ताना सफर के माध्यम से ट्रांसजेंडर्स के शैक्षणिक, सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिये वर्षों से कार्य कर रही हैं।
उन्हीं के प्रयास से पटना के खगौल में केंद्र सरकार ने ट्रांसजेंडर्स के लिये गरिमा गृह की स्थापना की है, जहाँ आश्रयविहीन ट्रांसजेंडर्स रहती हैं।